mothers day special- माँ की शायरी

माँ की शायरी माँ तो खेर माँ होती है तुम्हारी भूख तुमसे पहले जान लेती है तुम्हारी उदासी झट से पहचान लेती है कितना भी करो बुरा बर्ताव उस से वो हमेशा तुम्हारा खयाल रखती है माँ तो खैर माँ होती है जब भी तुम्हें अकेलापन महसूस हो जब गम के बादल मंडरा रहे हो … Read more

Best poem for sister

प्रीत के धागों का बंधन रक्षा के सूत्र के बंधन कच्चे धागों से बंधती पक्के रिश्ते की डोर देखो आया रे आया भाई बहन का मौसम किसी वादे में शरारत है लिपटी कोई तो किसी शरारत में बंधती डोर कोई है हिसाब  किताब  का ये बंधन किसी ने रखा गवाह माँ को तो किसी ने … Read more

Best Raksha Bandhan Shayari for sister

माँ के बाद अगर तुमसे कोई प्यार करता है वो बहन होती है कभी तुम्हें पापा से पिटवाती कभी तुम्हारी गलतियाँ छिपाती बेवजह तुमसे झगड़ती वो बहन होती है देर से घर आने पर जो खाना गरम कर दे सुबह सुबह लेट उठने पर ताना मार दे तुम्हारे सारे राज पापा से छिपाकर रखे वो … Read more

best Shayari on life

इस ठहरे हुए वक्त में कोई रवानी तो हो गुजरती हुई ज़िंदगी में कोई कहानी तो हो न जाने कौन सी बस्ती है जहाँ इंसान मिले इन खाक के पुतलों ज़िंदगानी तो हो यहाँ अब इश्क में डूब के मरता कौन है तेरी मदमस्त निगाहों में पानी तो हो वो मुहब्बत जो बंजर जमीन में … Read more

best motivational Shayari in Hindi

   मुसकुराना बहुत जरूरी है हर कदम पर खुद को आजमाना बहुत जरूरी है छाया हो घंघोर अंधेरा तो मन में दीपक जलाना बहुत जरूरी है यूं अंदर ही अंदर घुटना अच्छा नहीं है जो दिल में है उसे जताना बहुत जरूरी है रास्तों में काँटों की कोई कमी नहीं सीना तान के चलना बहुत … Read more

Beautiful Shayari in Hindi

मुसकुराना बहुत जरूरी है हर कदम पर खुद को आजमाना बहुत जरूरी है छाया हो घनघोर अंधेरा जीवन में मन में दीपक जलाना बहुत जरूरी है यू अंदर ही अंदर घुटना अच्छा नहीं दोस्त जो दिल में है उसे जताना बहुत जरूरी है रास्तों में काँटों की कोई कमी नहीं सीना तान के चलना बहुत … Read more

best fathers day Shayari

मैंने सूरज को ढलते और चाँद को पिघलते देखा है मैंने खुदा तो नहीं देखा अपने बाप को देखा है जब डांटते है वो तो मुझे डर लगता है उसी वक्त उनकी आँखों में मैंने प्यार भी देखा है मेरे दुश्मन जलते है मेरी माँ के प्यार से लेकिन मेरे बाप के खौफ से उनको … Read more

मैं रावण हूँ

मैं रावण हूँ त्रेता का ज्यादा नहीं बोलूँगा लेकिन हल्के हल्के धीरे धीरे तुम्हारे हर पाप खोलूँगा जो हो गया था गुनाह मुझसे उसकी सजा अभी तक भुगत रहा हूँ हरण करके सीता का मैं भीतर बाहर जल रहा हूँ तो सोच.. ! तेरे अपराध की सीमा हद से आगे बढ़ गई है मद मत्सर … Read more

चुनाव

गाय बकरी के भेस में भेड़िये आ रहे है जरा संभल के रहना दोस्तों चुनाव आ रहे है अब इनमे जगेगा राष्ट्रवाद और देशभक्ति फ़रिश्ते बोलकर शैतान आ रहे है तुम्हें गिराने के लिए तुम्हारे ही पैर पकड़ेंगे वो घर से बाहर मत निकलना भूखे शेर आ  रहे है   जरा संभल के रहना दोस्तों … Read more

मैं ईश्वर हूँ

मैं आरंभ हूँ मैं अंत हूँ मैं शून्य हूँ अनंत हूँ जो उठा है तुम्हारे भीतर मैं वो प्रचंड द्वयंद हूँ मैं नाश हूँ अविनाश हूँ मैं मृत्यु का पाश हूँ जो चीर के अँधेरों में उठता मैं ही वो स्वयं प्रकाश हूँ मैं आदि हूँ अनादि हूँ मैं ही निरीश्वरवादी हूँ मैं दुर्योधन, अश्वथामा … Read more